शालिनी और रेखा [ परिवर्तित नाम : ) ] मेरे बचपन की सखियाँ हैं और दिल्ली में रहती हैं । अक्सर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के माध्यम से उन लोगों से विचारों का आदान प्रदान होता रहता है । कुछ एक दिन पहले दोनों ने मुझे बताया की उन दोनों ने डेंटिस्ट से अपॉइंटमेंट ली है शालिनी को ब्रश करते समय मसूड़े से खून आता था और रेखा के दांतों में काफी टार्टर और plaque जमा हुआ था जिससे उसकी हंसी में चार चाँद नहीं लग पाते थे । आजकल तो दिल्ली में प्रदूषण और खराब पानी की वजह से काफी छोटी उम्र में डेंटिस्ट के चक्कर लगने शुरू हो जाते हैं । दिल्ली में कई इलाकों में सप्लाई या अंडर ग्राउंड वाटर का TDS [Total Dissolved Solids ] 1000mg/L से अधिक रहता है जबकि इसकी अधिकतम सेफ लिमिट BIS [The Bureau of Indian Standards ] के अनुसार 500 ppm से अधिक नहीं होनी चाहिए । TDS में कैल्शियम, फॉस्फेट , नाइट्रेट्स ,सोडियम ,पोटैशियम ,क्लोराइड ,आयरन के अतिरिक्त मिट्टी के कण भी पाये जाते हैं ।
पीने योग्य और खाना पकाने योग्य पानी तो RO फ़िल्टर से उपलब्ध हो जाता है लेकिन मुंह धोने के लिए अक्सर नल का पानी ही प्रयोग में लाया जाता है । पहले जब हम लोग छोटे थे तो घर में साधरण टूथ पेस्ट या मंजन के आलावा नमक और सरसों के तेल से भी दांतों को साफ करने लिए के लिए प्रेरित किया जाता था इससे दांत और मसूड़े दोनों स्वस्थ रहते थे ।
खैर हमने अपनी सखियों के कहा की दांतों को सुपर वाइट बनाने वाले तथाकथित ब्लीच युक्त टूथपेस्ट [ जैसे सोनम कपूर का एक टूथपेस्ट का विज्ञापन जिसमें उसके दांत अननैचरल वाइट लगते हैं ] के साथ साथ डेंटिस्ट से 4-5 सिटींग में दांतों की स्केलिंग, प्रोफेशनल क्लीनिंग या ओरल प्रोफिलैक्सिस करवाने से पहले यदि वो इस कारगार नुख्से को अपना सकती है तो न केवल उन्हें अपनी अपनी समस्याओं से निज़ात ही मिलेगी बल्कि डेंटिस्ट के पीड़ादायक उपचारों से मुक्ति भी मिलेगी ।
इसमें जरुरत है मात्र
एक चुटकी भर ...... Eno की
Eno पाउडर के प्रति 5 ग्राम के सेशे में
2. 32 ग्राम सोडिम बई कार्बोनेट (46% बेकिंग सोडा )
2. 18 ग्राम सिट्रिक एसिड (44% )
0. 50 ग्राम अनहयड्रोस सोडियम कार्बोनेट ( 10% सोडा एश )
होता है ।
Eno पेट की एसिडिटी कम करने के साथ साथ बेकरी में बहुलता से प्रयोग में लाया जाता है ।
विधि
अपनी एक हथेली पर चुटकी भर Eno ले फिर उस पर 1-2 बूंदें साफ़ पानी की डाल लें इससे उसमें झाग उठने लगेगा और फिर अपने टूथब्रश पर कोई भी रेगुलर टूथपेस्ट लगा लें फिर उस झाग युक्त Eno से अच्छी तरह मिला लें फिर उस मिश्रण से दांतों और मसूड़ों को अच्छी तरह से धीमे धीमे ब्रश करें । ऊपर के दांतों को ऊपर से नीचे की दिशा में और नीचे के दांतों को नीचे से ऊपर की दिशा में ब्रश करें साथ ही मसूंडों पर भी बिलकुल हल्के हाथ से सर्कुलर मोशन में ब्रश करें । इसके बाद अच्छी तरह से कुल्ला करके टंग क्लीनर से जीभ साफ़ कर लें ।
मैंने उन्हें कहा की दांतों की नियमित सफाई करने के साथ साथ वे हफ्ते में 2 बार ही Eno वाला प्रयोग करें फिर दो हफ़्तों के बाद हफ्ते में एक बार ही यह प्रयोग करें । ऐसा नियमित करने से उनके दांत और मसूड़े दोनों स्वस्थ रहेंगें ।
अभी तक मेरी सखियों ने केवल दो बार ही इस विधि का प्रयोग किया और उन्हें काफी अंशों में अपनी अपनी समस्या से मुक्ति मिल गई है ।
केवल यह धयान रखें की इस विधि का बहुलता से प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि Eno में उपस्थित तत्व ओर्थोडोंटिक ग्लू को गला सकते हैं इसलिए जिन्हें braces लगे हों या दाँतों में फिलिंग को उन्हें इस प्रयोग से बचना चाहिए ।
“Keep smiling, because life is a beautiful thing and there's so much to smile about.”
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